×
Login
Email Address
*
* Please provide a valid email address
Password
*
Forgot password ?
Email Address or Password incorrect.
Toggle navigation
UN IN INDIA
Digital Library
Home
About
YPP Exam
Latest Publications
Hindi Publications
UN Resources & Services
UN in India
Log in
Drag
0:00
/
0:00
Drag
Click a star to rate this item
1
2
3
4
5
1
2
3
4
5
DELETE
SAVE
CANCEL
Save as a new search named as :
Or replace an existing search by selecting one from the list :
select
Select
SAVE
CANCEL
भारत भर में लोगों के लिए लाइब्रेरी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए यूएनआईसी ने एक डिजिटल लाइब्रेरी शुरू की है जो डिजिटल फॉर्मेट में संयुक्त राष्ट्र ई संसाधन भंडार के रूप में कार्य करेगी। इसमें भारत में एजेंसियों द्वारा स्थानीय स्तर पर तैयार ऑडियो/ वीडियो और फोटो के साथ-साथ विश्व भर में तैयार संयुक्त राष्ट् के अन्य प्रमुख प्रकाशन और रिपोर्ट आदि शामिल हैं। उनके लिए एक ही स्थान पर सर्च /डाउनलोडिंग की सुविधा होगी।
Reset
Help
हिंदी कोष
(10 items)
Sort by
Date Added
Title
Resource Type
View(s) / Download(s)
Rating
Publication Date
Format
Ascending
Descending
1
Page size:
select
20
50
All
10
items in
1
pages
1
Page size:
select
20
50
All
10
items in
1
pages
Hindi
48.45 (Kb)
5 pages
यह संयुक्त राष्ट्र
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 24 October 1945
Language:
Hindi
Resource Type:
Report
Hindi
7.06 (Mb)
64 pages
मानवाधिकार वियना सम्मेलन 1993
जून 1993 में विएना में विश्व मानवाधिकार सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में मानव अधिकारों की रक्षा और प्रोन्नति के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। सम्मेलन के मुख्य लक्ष्य थे-विश्वभर में मानवाधिकारों को एक महत्वपूर्ण विषय बनाना; मानवाधिकार यंत्रों और मानवाधिकारों की विश्लेषण प्रणाली को मजबूत बनाने के लिये विशिष्ट उपायों का निर्धारण करना और, मानवाधिकारों को और विस्तृत बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों में समन्वय स्थापित करना। सम्मेलन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से एक मानवाधिकार उच्च आयुक्त के गठन पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करने की सिफारिश की। इसके परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 1993 में संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार उच्चायुक्त का गठन किया। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों के उल्लंघन की सुनवाई हेतु एक अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय की स्थापना की भी सिफारिश की गई। सम्मेलन में विएना घोषणा और एक कार्य योजना को अपनाया गया। विएना घोषणा के अनुसार सभी मानवाधिकार सार्वभौमिक, अविभाज्य, अन्योन्याश्रित और परस्पर सम्बंधित हैं। सभी लोगों के लिए आत्मनिर्णय के अधिकार और आत्मनिर्णय के सम्बन्ध में उनके द्वारा क़ानूनी कदम उठाने के अधिकार को दुहराया गया। इसका अर्थ यह नहीं था कि विएना घोषणा ने संप्रभु और स्वतंत्र देशों की क्षेत्रीय अंखडता को भंग करने की स्वीकृति दे दी। घोषणा ने मानवाधिकारों के सम्मान और विकास तथा प्रजातंत्र की अन्योन्याश्रित और परस्पर-प्रवर्तनीय माना। घोषणा में यह भी कहा गया कि विकास से मानवाधिकारों के उपयोग को प्रोत्साहन मिलता है। लेकिन मानवाधिकारों के उल्लंघन को न्यायोचित ठहराने के लिए विकास के आभाव का तर्क प्रस्तुत करना उचित नहीं है। विएना घोषणा में सभी सदस्य देशों से आग्रह किया गया कि वे कोई भी ऐसा कदम, विशेषकर व्यापार के क्षेत्र में, नहीं उठायें जो अंतरराष्ट्रीय कानून के विरुद्ध है। घोषणा में कहा गया कि, राजनीतिक दबाव के यंत्र के रूप में भोजन का प्रयोग नहीं होना चाहिये। लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय प्रयासों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की सिफारिश की गयी। अंत में, घोषणा में अल्पसंख्यकों के सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकार का समर्थन करते हुये कहा गया कि, इन अधिकारों के उपभोग में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये।
More
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 25 June 1993
Keywords:
मानवाधिकार
Language:
Hindi
Resource Type:
Report
Hindi
2.58 (Mb)
16 pages
मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा
इस घोषणा के परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र संघ ने 10 दिसम्बर 1948 को मानव अधिकार की सार्वभौम घोषणा अंगीकार की। इस घोषणा से राष्ट्रों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ और वे इन अधिकारों को अपने संविधान या अधिनियमों के द्वारा मान्यता देने और क्रियान्वित करने के लिए अग्रसर हुए।
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 2019
ISBN:
978-92-1-101364-1
Keywords:
मानव अधिकारों सार्वभौम घोषणा
Language:
Hindi
Resource Type:
Publication
Hindi
6.11 (Mb) (Kb)
163 pages
संयुक्त राष्ट्र के तथ्य
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना तो दूसरे विश्व युद्ध (1939-1945) के दौरान की गई थी, कि न्तु देशों के शांति पूर्ण माहौल में एक साथ रहने की परिकल्पना उससे बहुत पहले कर ली गई थी। 1795 में जर्म न दार्शनि क इमैनुअल कांट ने नि रन्तर शांति की अवधारणा विकसि त की थी, जिसका आधार आज के हिसाब से विधि सम्मत शासन था। उनका मानना था कि सभी देश एक शांति पूर्ण विश्व, समुदाय की स्थापना करें। कि न्तु वैश्विक सरकार के माध्यम से नहीं, बल्कि प्रत्येक देश अपने नागरिकों और विदेशी मेहमानों का सम्मान करते हुए स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में रहे, जिससे दुनि या भर में शांति पूर्ण समाज की रचना हो। अपनी इस धारणा के साथ कांट ने न सिर्फ दार्शनि क और राजनीति क चिंतन को प्रभावित कि या, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के विकास तथा अंतः सदीय संघ (लीग ऑफ नेशन्स से पहले 1889 में बना था और आज संयुक्त राष्ट्र में स्थायी पर्य वेक्षक है) जैसी संस्थाओं की रचना के लि ए भी प्रेरित कि या। उनका प्रभाव 8 जनवरी 1918 को अमेरिकी कांग्रेस में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन के भाषण में उल्लिखि त 14 बि न्दुओं में स्पष्ट रूप से दि खाई पड़ता है। इसी भाषण में पहले पहल लीग ऑफ नेशन्स का उल्ले ख हुआ था।
More
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 2018
ISBN:
9789211013726
eISBN:
9789213626993
Issue No. :
9789213582121
Language:
Hindi
Resource Type:
Publication
Hindi
1.63 (Mb)
12 pages
संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास रिपोर्ट 2016
विश्व जल दिवस 22 मार्च 2016 को दुनिया भर में मनाया गया. वर्ष 2016 के विश्व जल दिवस का विषय 'जल और नौकरी' (Water and jobs) है. विश्व जल दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य, जल बचाने का संकल्प करने, पानी के महत्व को जानने और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत रहना है.प्रत्येक वर्ष विश्व जल दिवस मनाने के लिए एक अलग विषय तय किया जाता है.
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UNESCO
Imprint:
Paris, United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization, 2016
Keywords:
विश्व जल विकास
Symbol:
SC-2016/WS/3
Language:
Hindi
Resource Type:
Report
Hindi
1.67 (Mb)
136 pages
द न्यू ग्लोबल पार्टनरशिप
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 2015
Keywords:
ग्लोबल,पार्टनरशिप
Language:
Hindi
Resource Type:
Report
Hindi
6.27 (Mb)
359 pages
मूल तथ्य संयुक्त राष्ट्र
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New Delhi, United Nations, 2012
ISBN:
978-92-1-101235-4
Language:
Hindi
Resource Type:
Publication
Hindi
37.83 (Kb)
1 pages
सहस्राब्दि विकास लक्ष्य
संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ष २००० के सहस्त्राब्दि शिखर सम्मेलन में २०१५ तक के लिये ८ वैश्विक विकास लक्ष्य निर्धारित किये गये थे जिन्हें सहस्राब्दी विकास लक्ष्य' (Millennium Development Goals (MDGs)) कहा जाता है। संयुक्त राष्त्र के उस समय के १८९ सदस्य राष्ट्रों तथा २२ अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं ने २०१५ तक निम्नलिखित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये संकल्प लिया- 1 भूखमरी तथा गरीबी को समाप्त करना 2 सार्वजनिक प्राथमिक शिक्षा 3लिंग समानता तथा महिला शसक्तीकरण 4 शिशु-मृत्यु दर घटाना 5 मातृत्व स्वास्थ्य को बढ़ावा देना 6 HIV/AIDS, मलेरिया तथा अन्य बीमारियों से छुटकारा पाना। 7 पर्यावरण सततता 8 वैश्विक विकास के लिए सम्बन्ध स्थापित करना !
More
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 2005
Language:
Hindi
Resource Type:
Documents and Publications - Reports
Hindi
86.47 (Kb)
12 pages
संयुक्त राष्ट्र की सार्थकता
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UN
Imprint:
New York, United Nations, 2000
Language:
Hindi
Resource Type:
Report
Hindi
15.32 (Mb)
126 pages
संयुक्त राष्ट्र का घोषणा-पत्र और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय को संविधि
पूरा विवरण
Source/Issuing Agency:
UNIC
Imprint:
New Delhi, United Nations Information Centre for India and Bhutan, 1995
Language:
Hindi
Resource Type:
Publication
×
×